यह ब्लाॅग सारण जिला ब्राह्मण महासभा के सौजन्य से समस्त सनातन धर्मावलम्बियों के लिए समर्पित है।
Sunday, November 25, 2018
Sunday, November 11, 2018
नयका पुलवा
अचानक एक तेज आवाज कानों में सुनाई पड़ी या ऐसा भ्रम हुआ लगा जैसे कोई जोरों से चिल्ला रहा हो 'राम....नाम सत्य है।' 'अरे नहीं भाई ये किसी बस या गाड़ी की आवाज है नहीं तो नौ बजे रात को कहीं मजिल जाता है'
यहां से शीतलपुर स्टेशन मुश्किल से एक किलोमीटर होगा। दस मिनट लगते हैं पैदल जाने में।
बरसात के दिनों में एक दूसरा रास्ता भी है केशरपुर वाला 'नयका पुलवा' से। मगर उधर से जाने में एक से सवा घंटा लग जाता है।
यहां से शीतलपुर स्टेशन मुश्किल से एक किलोमीटर होगा। दस मिनट लगते हैं पैदल जाने में।
बरसात के दिनों में एक दूसरा रास्ता भी है केशरपुर वाला 'नयका पुलवा' से। मगर उधर से जाने में एक से सवा घंटा लग जाता है।
यहां ऐसा नहीं है कि गांव के लोगों के की इच्छा नहीं है कि पुल बने। पुल बने किंतु पुल के बनने का श्रेय यादव बहुल इलाके के लोग चाहते हैं कि राष्ट्रीय जनता दल के विधायक जो अभी वर्तमान विधायक हैं उनको मिले।
Friday, November 9, 2018
Saturday, November 3, 2018
Subscribe to:
Comments (Atom)
आचार्य पं श्री गजाधर उपाध्याय
-
🌹🌹Good and realization There are two things-received and realization. There is a difference between these two. Received 'Paramatma...
-
* Nothing has been done in Shree Ramacharitmanas for insulting "Shudras" and "Woman". * In the last 450 years, poli...
-
A cat was dreaming at a tree. Afternoon, there is a dense shade of the tree. A dog was lying down on the tree, he was watching that the c...

