आज के दौर में दुनिया के सभी प्राचीन धर्मों की गर्दनों पर कम्युनिज्म अपनी उंगलीयां कस रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण त्रिविष्टप यानी तिब्बत है,गौरीशंकर का देश। उस पूरे देश की सत्ता ही लामा के पुनर्जन्म पर आधारित थी। जब पुराना लामा मरता था तो वह कुछ सवाल और उनके जवाब एक डब्बे में सील करके मरता था। उसके मरने के पांच साल बाद पूरे तिब्बत में घूम घूम कर उसके मंत्री उन प्रश्नों की घोषणा करते थे। जो भी पांच वर्ष का बालक उन सवालों को हल करने में सफल होता था उसे पुराने लामा का पुनर्जन्म माना जाता था। अभी जो दलाई लामा हैं इन्होंने दस में से सात प्रश्नों के उत्तर सही सही दिये थे। अभी तो चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर सारी प्राचीन व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है।
यह ब्लाॅग सारण जिला ब्राह्मण महासभा के सौजन्य से समस्त सनातन धर्मावलम्बियों के लिए समर्पित है।
Monday, September 17, 2018
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आचार्य पं श्री गजाधर उपाध्याय
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Being arrogant, even loses in the field of knowledge- ------------------------------------------------ Knowledge grows in kn...
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जो सूर्यास्त के देश हैं, उनमें विज्ञान मिला है, वैज्ञानिक मिला है। जो सूर्योदय के देश ह...
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